Raksha Bandhan Shayari - Raksha Bandhan Spacial - Brother Sister Shayari - रक्षाबंधन शायरी - बहन और भाई की शायरी - रक्षाबंधन की शायरी- Hindi Shayari 2025
मुझपे सारे जहां की खुशियां वार देता है ,,
मेरे एक इशारे पर , सबसे लड़ लेता है ,,
भाई नहीं , परछाई है मेरी वो ,,
जो धूप में ही नहीं , छांव में भी साथ देता है ,,,
मेरे दुखों को अपना बना लेती है ,,
मेरी गलती को अपना बता देती है ,,
दिन भर मुझसे लड़ती रहती है , लेकिन
कोई और मुझसे लड़े , तो उसका हाथ जला देती है ,,,
मुझे खुदा से बस यह कहना है ,,
मेरी सबसे प्यारी मेरी बहना है ,,
सौ खुशी कम देना , मुझे मेरी जिंदगी में ,,
लेकिन कोई ग़म तुझे इसे नहीं देना है ,,,
मेरे दो भाई है , दोनों तबाई है ,,
मुझसे जलने वालों की , हमेशा जलाई हैं ,,
साथ जोड़े है ऐसे , जैसे दोनों हाथ है मेरे ,,
मुझे हर जन्म में ऐसे ही भाई चाहिए ,,,
हमारा रिश्ता अनमोल है ,,
बहन तेरा न कोई मोल है ,,
दुनिया चाहे गोल है ,,
पर तू सबसे अनमोल है ,,,
मेरा भाई मेरी जान है ,,
सबसे अलग उसकी पहचान है ,,
कोई कुछ भी कहे , मुझे फर्क नहीं पड़ता ,,
मेरे भाई तू मेरी शान है ,,,
वादा करती हूं , तुझे हर पल सताऊंगी ,,
तुझे हंसते देख के , रूलाने चली आऊंगी ,,
लडूंगी , जगडूंगी , पापा से पिटवा आऊंगी ,,
पर भाई में हमेशा तेरा साथ निभाऊंगी ,,,
तेरा हर पल साथ निभाऊंगा ,,
तेरे लिए मार भी खाऊंगा ,,
पर बहन रोना मत कभी तू ,,
कसम से नहीं तो मर जाऊंगा ,,,
मेरे चेहरे की रौनक , मेरे दिल की खुशी है तू ,,
हमारी दुनिया में आई छोटी सी परी है तू ,,
एक दिन सबको रुला कर , चली जायेगी अपने दूसरे घर ,,
तुझे पता है न , हमारी हंसी की वजह है तू ,,,
हर वक्त मुझे सताता है ,,
लेकिन मेरा साथ निभाता है ,,
दी - दी कह कर जान मेरी खा जाता है ,,
छोटा भाई सिर्फ , नसीब बालों को ही मिल पाता है ,,,
एक दाग़े के लिये , सब से लड़ जाता है ,,
मेरा भाई मेरे लिए , कुछ भी कर जाता है ,,
उसको पसन्द नहीं है , मेरी आँखों में आंसु ,,
इसलिए मेरे आंखों के आंसु , वो अपनी आंखों से निकाल देता है ,,
भाई बहन के रिश्ते को तूने सवार रखा है ,,
मेरी बहन तूने मेरा कितना ख्याल रखा है ,,
एक छींक आने पर भी , इतना परेशान क्यों हो जाती है तू ,,
तूने तो मां की ममता की परिभाषा को भी बदल रखा है ,,
पता नहीं क्यों हर समस्या बड़ी लगती है ,,
भाई तेरे होने से , हमारी जान में जान बस्ती है ,,
आज एक वादा कर मुझसे , हमेशा साथ रहेगा हमारे ,,
क्या तुझे हम सब की ऐसी तड़प नहीं लगती है ,,
शाम सुहानी तारों सा आसमान होगा ,,
तेरे लिए सारा शहर दीवाना होगा ,,
जिस दिन तू दुल्हन बन कर सामने आयेगी मेरी बहन ,,
उस दिन मेरा इकलौता सपना पूरा होगा ,,
रक्षाबंधन त्योहार नहीं एहसास है ,,
भाई का बहन और बहन का भाई के लिए प्यार है ,,
ये बहुत कीमती होता है , इसे संभाल के रखना ,,
हर एक के नसीब में ये प्यार नहीं होता हैं ,,
तुझसे जो वादा किया था वो मैं निभा न सका ,,
इस बार भी रक्षाबंधन पर में घर आ न सका ,,
माफ कर देना मेरी बहन एक और बार मुझे ,,
देश की जरूरत पुरी करते करते , बहन की ख्वाइश पूरी कर न सका ,,
मुझसे एक खता हो है ,,
मेरी बहन मुझसे खफा हो गई है ,,
क्या करु कैसे मनाऊं उसको ,,
क्योंकि मेरे हाथ से मेरी राखी खो गई है ,,,
वो प्यार याद आता है मुझे ,,
वो लड़ाई झगड़ा , भूल नहीं पाता है मुझे ,,
ससुराल बहुत अच्छा है , फिर भी भाई ,,
मेरा घर भूल नहीं पाता है मुझे ,,,
इसे समझ न राखी का तार भाई ,,
इसमें छुपा है मेरा बहुत सारा प्यार भाई ,,
इसके बंधे रहते तुझे आंच भी नहीं आयेगी , ये वादा है ,,
इतना भरोसा है खुद पर , और इस त्योहार पर मेरे भाई ,,,
रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत खास होता है ,,
क्योंकि मेरा भाई मेरे साथ होता है ,,
देखने के लिए तरसती हूं पूरे साल भर उसे ,,
क्योंकि वो देश के लिए सरहद पर खड़ा होता है ,,,
तेरी हर ख्वाइश पूरी कर दूंगा ,,
तेरे लिए सब से लड़ लूंगा ,,
तेरी मुस्कुराहट मेरे लिए जरूरी है , मेरी प्यारी बहन ,,
जरूरत पड़ी तो सबसे मुंह मोड लूंगा ,,
तारों का आसमान से ये कहना है ,,
एक हजारों में मेरी बहना है ,,
तुझे कोई ग़म न हो मेरी बहन ,,
मुझे हमेशा तेरे संग रहना है ,,,
मुझे किसी की जरूरत नहीं , मेरा भाई काफी है ,,
मुझे हरे परेशानी से बचाने के लिए , मेरा भाई काफी है ,,
वो हैं तो किस बात का डर है मुझे ,,
हर डर को मिटाने के लिए , मेरा भाई काफी है ,,