दिल का दर्द कभी-कभी शब्दों में बयां करना मुश्किल होता है, लेकिन शायरी इसे खूबसूरती से संभव बनाती है। यह शायरी और हार्ट टचिंग शायरी संग्रह आपके लिए उन जज्बातों को व्यक्त करने का एक बेहतरीन माध्यम है जो आपके दिल में छुपे दर्द, टूटे रिश्तों और अधूरी मोहब्बत के एहसासों को बयां करते हैं। इस संग्रह में आप पाएंगे भावपूर्ण और दिल को छू जाने वाली शायरियां, जो आपके अंदर छुपी भावनाओं को बाहर लाने का काम करती हैं। आप इन्हें अपने दोस्तों, सोशल मीडिया पर या खास लोगों के साथ साझा कर सकते हैं। हर शायरी इतनी असरदार और भावनातक है कि पढ़ते ही आपके दिल की भावनाएं जाग जाएंगी और आपके जज्बातों को सबसे खूबसूरत अंदाज में व्यक्त किया जा सकेगा। यदि आप अपने दिल के दर्द और भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना चाहते हैं, तो यह दर्द और हार्ट टचिंग शायरी संग्रह आपके लिए एक अनमोल माध्यम है। इसे पढ़कर और साझा करके आप अपने दिल की भावनाओं को और गहराई से महसूस कर सकते हैं।
HINDI SHAYARI | EMOTIONAL SHAYARI
इतनी कोशिशों के बाद भी उसे पा न सके हम ,, किस्मत में जो लिखा था उसे मिटा न सके हम ,, लड़ गए थे खुदा से जिसके लिए बेपनाह ,, उसके लिए कोई मायने नहीं रखते थे हम ,,
ज़िद पाल तो लिए है उसे भुलाने की , लेकिन उसे भुलायेंगे कैसे ,, जिन आंखों को आदत थी उसे देखकर जगने की , उन आंखों को अब सुलाएंगे कैसे ,, जी रहे थे जिसके लिए हर दिन हर लम्हा , अब वो जिंदगी गुजरेंगे कैसे ,, धड़कता था जिसके लिए ये दिल बार बार , अब उस धड़कन को धड़काएंगे कैसे ,, ज़िद पाल तो लिए है उसे भुलाने की , लेकिन उसे भुलायेंगे कैसे ,,
धड़कता हैं दिल सौ बार सौ बार तेरा नाम लिया है ,, मेरे पास जो कुछ था , सब तेरे नाम किया है ,, तूने क्या किया है आज तक मेरे लिए , ये तो बता जरा ,, तूने तो मुझे हर जगह बस बदनाम किया है ,,
के सोच लिया के तू किस्मत में नहीं है ,, तेरी गलती की अब कोई माफ़ी नहीं है ,, मत कर तू इतने ज़हतो जतन ,, सच कहु तो तू अब इस दिल में नहीं है ,,
कुछ कर नहीं सके , क्योंकि मजबूर थे ,, अपनों के लिए ही अपनों से दूर थे ,, वो कैसे समझते हमारी बात , हमारे जस्बात को ,, वो तो किसी और की बाहों और इश्क में चूर थे ,,
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लड़ जाता इश्क से अगर इश्क नहीं होता ,, काश में उसके इश्क में , इतना चूर नहीं होता ,, माफ कर देते उसे उसकी हर गलती , हर गुनाह के लिए ,, अगर वो बेशर्म , इतना मगरूर नहीं होता ,,
आरज़ू नहीं थी उनसे रूठ जाने की ,, तमन्ना थी हमारी भी मुस्कुराने की ,, काश वो जान जाते , हमारी उदासी की वजह ,, तो जरूरत न होती हमें हाल ए दिल सुनाने की ,,
कुछ बात नहीं है ,, बस समझाने के हालात नहीं है ,, आगे कुछ बता नहीं सकता तुझे में ,, क्योंकि तुझ पर अब विश्वास नहीं है ,,
हर छोटी छोटी बात पर रोने लगा हूं ,, मैं अपना आपा खोने लगा हूं ,, एक छोटी से ज़िद के चक्कर में,अपना सब कुछ खोने लगा हूं, क्या फर्क पड़ता है कामयाबी और न कामयाबी से , मैं धीरे धीरे अब बर्बाद होने लगा हूं ,,
मेरे चारों तरफ अंधेरा छाया है ,, उसने एक इनकार के लिए , मुझे बरसों घुमाया है ,, न थी तो न कह देते मुझे और क्या, उसने तुम पसंद हो मुझे कह कर सालों तड़पाया है ,,
जैसे तैसे दिन काट लेता हूं , पर रात नहीं कटती ,, रातों को तेरी यादें मेरा पीछा नहीं छोड़ती ,, दूर होना चाहता हूं , इस दर्द से किसी भी कीमत पर , मरना तो चाहता हूं पर कमबख्त सांसे साथ नहीं छोड़ती ,,
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PAINFUL SHAYARI | SAD SHAYARI
कुछ शायरी लिख कर पढ़ लेते है ,, आज कल उसे तोड़ा याद कर लेते है ,, एक दौर था जब उसको देखे बिना सुबह नहीं होती थी हमारी , अब उसे देखने के लिए रातों को थोड़ा सो लेते है ,,
बातों से उसकी घायल हो गए थे हम ,, उसकी दीवानगी में पागल हो गए थे हम ,, बड़ी मुश्किल से संभाला है हमने खुद को ,, मरने मारने के काबिल हो गए थे हम ,,
नींद से नाता टूट गया है ,, लगता है वो हमसे रूठ गया है ,, सोने की कोशिश बहुत करते है हम ,, पर पलकों से झगड़ा हो गया है ,,
वो प्यार ढूंढने निकले है ,, हमसे दूर हो कर हमसा ढूंढने निकले है ,, और बफ़ा की बात करते है वो ,, जो खुद हमसे बेवफ़ाई करके निकले है ,,
एक बार कह देती जान लेते हम ,, उसकी सारी शर्त मान लेते हम ,, जान लेने की ज़रूरत नहीं थी हमारी ,, कह देते बस, जान वार देते हम ,,
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हम तो पागल हो गए है ,, इश्क में घायल हो गए है ,, सुना है वो हकीम है , इलाज कर वादो ज़रा ,, नहीं तो मर जायेंगे हम , इस काबिल हो गए है ,,
हम उन्हें जान नहीं पाए , ठीक से पहचान नहीं पाए ,, मासूम से चेहरे में , शैतान देख नहीं पाए ,, कितनी चलाकी से उन्होंने हमें बर्बाद किया ,, हम वो आंख वाले अंधे थे , जो धोखा देख नहीं पाए ,, और गलती उनकी नहीं हमारी थी ,, क्योंकि हम उन्हें जान नहीं पाए , ठीक से पहचान नहीं पाए ,,
मेरी तकलीफ में ही जान सकता हूं ,, कितनी कोशिश कर लूं , उसे भूला नहीं सकता हूं ,, रोज सोच कर सोता हूं , अब याद नहीं करूंगा उसे ,, हर सुबह उसके सिवा , सब भूल जाता हूं ,,
शराब तो एक बहाना है ,, खुद को उसकी याद दिलाना है ,, कई गलती से भूल न बैठे उसको हम ,, इसलिए हमें होश में नहीं आना है ,,
कितनी मन्नतों के बाद पाया था उसको ,, क्या बताऊं कितना चाहा था उसको ,, हम तो मर गए तेरे हाथ में खंजर देख कर ही ,, अब क्या पता किस किस ने मरा था मुझको ,,
दुनिया भर की तोमत मेरे सर पर लगा के ,, खुश है वो घर किसी और का बसा के ,, और दुनिया तने मुझे देती है बहरहम का ,, और वो सो रही है , किसी गैर की बाहों पे सर लगा के ,,
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